BMC Sero Survey: मुंबई वासियों के लिए बीएमसी की एक रिपोर्ट खुशखबरी लेकर आयी है. बीएमसी की तरफ से जारी की गयी एक सर्वे रिपोर्ट से पता चला है कि करीब 86 प्रतिशत मुंबईकरों में कोविड-19 से लड़ने के लिए एंटीबॉडीज निर्मित हो चुकी है. इस रिपोर्ट के आधार पर माना जा सकता है कि मुंबईकरों में इतनी अधिक संख्या में एंटीबॉडीज होने से उनमें कोविड-19 का खतरा कम हो गया है.


वहीं अपनी रिपोर्ट में बीएमसी ने ये साफ किया है कि मुंबईवासी इस खबर के बाद बिल्कुल लापरवाह न हो. वो कोविड सुरक्षा नियमों का पालन करते रहे. मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें. साथ ही नियमित हाथ को साफ करते रहें क्योंकि तीसरी लहर से अभी हमें बचना है. दरअसल, मुंबई महानगर पालिका ने 12 अगस्त से 8 सितंबर तक अपना 5वां सीरो सर्वे किया था. जिसकी अब रिपोर्ट आई है. उसके बाद मुंबईकरों में एंटीबॉडीज होने के ये आंकड़े आए हैं.


बीएमसी के सीरो सर्वे के मुताबकि जिन लोगों ने वैक्सीन की डोज ले ली है, उनमें 90 फीसदी तक एंटीबॉडीज विकसित देखने को मिली है. मुंबई के सर्वे के मुताबिक मुंबई के पुरुषों में करीब 85 फीसदी और महिलाओं में 88 फीसदी तक एंटीबॉडीज विकसित देखी गई है. बीएमसी रिपोर्ट के मुताबिक जिन लोगों ने वैक्सीन की डोज अभी तक नहीं ली हैं उनकी अपेक्षा वैक्सीन की एक डोज लेने वालों में अधिक और दोनों डोज लेने में उससे अधिक एंटीबॉडीज देखने को मिली है जो की कोविड से निपटने के एक अच्छे संकेत हैं. बीएमसी की तरफ से जारी ये रिपोर्ट सीरो सर्वे के आधार पर हैं.


क्या होता है सीरो सर्वे?


दरअसल, इसके तहत ये पता लगाया जाता है कि कितने लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और कितने लोग ठीक हुए हैं. इसे सीरोलॉजी टेस्ट भी कहा जाता है. इस टेस्ट में संक्रमित व्यक्ति के अंदर बनने वाली एंटीबॉडीज का पता लगाया जाता है. साथ ही ये भी देखा जाता है कि संक्रमित व्यक्ति के इम्यून सिस्टम ने शरीर में हुए संक्रमण का जवाब दिया है या नहीं. ये सीरो सर्वे लगातार होते रहते हैं. कोविड 19 के खिलाफ बीएमसी का मुंबई में ये पांचवा सीरो सर्वे था. जिसमें मुंबई वासियों को कोरोना काल में ये खुशखबरी मिली है.


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