बाबरी के आखिरी इमाम गफ्फार की कहानी: 20 रुपए दरमाहा पर हुई थी नियुक्ति; दंगे की भविष्यवाणी की, इसी में 2 बेटे मारे गए

तस्वीर बाबरी मस्जिद की है (Photo- Getty)
सुन्नी वक्फ बोर्ड के मुताबिक बाबरी मस्जिद के तत्कालीन ट्रस्टी सैय्यद मोहम्मद जकी ने 25 जुलाई 1936 को एक एग्रीमेंट के तहत गफ्फार को इमाम नियुक्त किया था.
अयोध्या कांड की शुरुआत 1949 में हुई थी. यही वो साल था, जब मस्जिद के भीतर पहली बार मूर्ति रखी गई थी. मूर्ति रखने की घटना ने अयोध्या की आबोहवा बदल दी. अमूमन शांत रहने वाला अयोध्या हर तरफ कीर्तन-भजन और
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