Assam Flood: असम (Assam) के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने बाढ़ प्रभावित दीमा हसाओ जिले का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. सरमा ने राहत शिविरों का दौरा करते हुए और वहां के लोगों के साथ बातचीत करते हुए दीमा हसाओ जिला प्रशासन के साथ भी चर्चा की. साथ ही भूस्खलन के कारण हुए प्रारंभिक विनाश की समीक्षा की.


सीएम ने पूर्ण पैमाने पर परिवहन को फिर से शुरू करने पर जोर दिया और क्षतिग्रस्त सड़कों की बहाली पर जोर दिया. उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें वर्तमान संकट से निपटने के लिए पर्याप्त धन के साथ उत्तर कछार हिल्स स्वायत्त परिषद (एनसीएचएसी) की मदद करेंगी.


भूस्खलन क्षेत्रों का सीएम ने किया निरीक्षण


सीएम सरमा ने कहा, “पहाड़ी जिले में आई बाढ़ और विनाश की पहली लहर के मद्देनजर हमने दीमा हसाओ के जिला मुख्यालय हाफलोंग का दौरा किया और भूस्खलन क्षेत्रों का निरीक्षण किया जिसमें सरकारी बागान क्षेत्र में एक सड़क भी शामिल है जो बाढ़ से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है. जल्द ही बहाली का काम शुरू होगा. उन्होंने कहा, हम भूस्खलन के जोखिम को कम करने के लिए काम कर रहे हैं.




असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्विटर पर झलक साझा करते हुए कहा कि “अधिकारियों और नेताओं के साथ लोअर हाफलोंग हाई स्कूल और एलपी स्कूल में अस्थायी राहत शिविरों का दौरा किया और 49 कैदियों के साथ बातचीत की. चिकित्सा व अन्य सुविधाओं की समीक्षा की. डीसी से उनकी जरूरतों की देखभाल करने और उन्हें अपने घरों की मरम्मत में मदद करने के लिए कहा. 


मृतकों के परिवार से सीएम ने की मुलाकात


सीएम ने हाफलोंग में बाढ़ में जान गंवाने वाले तीन लोगों के परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने हाफलोंग और जिले के अन्य हिस्सों में भूस्खलन के कारण हुए प्रारंभिक विनाश की भी समीक्षा की. उन्होंने जिले में पूर्ण पैमाने पर परिवहन तत्काल बहाल करने पर जोर दिया और भूस्खलन से क्षतिग्रस्त सड़कों की बहाली पर जोर दिया.


मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों की सरकार वर्तमान संकट से निपटने के लिए पर्याप्त धन के साथ उत्तर कछार हिल्स स्वायत्त परिषद की मदद करेगी. उन्होंने आगे बताया कि सरकार स्थायी समाधान खोजने पर काम कर रही है ताकि भारी बारिश से होने वाले भूस्खलन को रोका जा सके. उन्होंने यह भी बताया कि जिले में बारिश से हुई भूस्खलन से नुकसान का आकलन करने के लिए एक केंद्रीय दल 27 मई को दीमा हसाओ का दौरा करेगा.


जटिंगा से रेटज़ावल गांव तक सड़क संपर्क बहाल


इस बीच, भारतीय वायु सेना ने गुवाहाटी, जोरहाट और सिलचर से हेलीकॉप्टरों के 20 शटल के माध्यम से चावल, दाल, सरसों का तेल, आलू, प्याज आदि जैसी आवश्यक आपूर्ति को भी एयरड्रॉप कर दिया है. दीमा-हसाओ के एनएचएआई के अधिकारियों ने हमें बताया कि जटिंगा से रेटज़ावल गांव तक सड़क संपर्क अस्थायी रूप से बहाल कर दिया गया था. 


इसके अलावा, भारतीय वायुसेना की मदद से लगभग 8,000 लीटर डीजल भी इन स्थानों पर गिराया गया. भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से हाफलोंग के साथ-साथ हरंगजाओ, खेपरे, लाइसोंग, हाजादिसा जैसे दूर-दराज के क्षेत्रों में अब तक 50.6 मीट्रिक टन ऐसी वस्तुओं को प्रदान किया गया है.


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