विधानसभा चुनाव के एक साल बाद अपने दो दिवसीय बंगाल दौरे पर कोलकाता पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए जुटने और 2019 से बेहतर प्रदर्शन करने का लक्ष्य दिया. उन्होंने आपसी मतभेद भुलाकर पार्टी हित में काम करने को कहा.


दरअसल एक साल बाद कोलकाता आये अमित शाह ने शुक्रवार शाम भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों और विधायकों के साथ करीब 3 घंटे तक बैठक की. सूत्रों के मुताबिक गृहमंत्री अमित शाह ने बंगाल बीजेपी के नेताओं से साफ कहा कहा कि बंगाल की लड़ाई सूबे के स्थानीय नेताओं को पूरी ताकत के साथ लड़नी होगी. उन्हें हर बात के लिए दिल्ली की ओर देखने की प्रवृत्ति को छोड़ना होगा.


बीजेपी के बैठक में गृहमंत्री ने कहा कि संगठन को दोबारा बूथ स्तर तक पूरी तरह मजबूत कर राज्य के सभी नेताओं, सांसदों और विधायकों को पूरी ताकत झोंकनी होगी. उन्होंने राज्य के नेताओं को कहा आप अपने आप पर विश्वास रख तैयारी में जुट जाओ, आगामी लोकसभा और अगले विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत जरूर मिलेगा.


सूत्रों के मुताबिक गृहमंत्री ने बैठक में सभी नेताओं में ऊर्जा और जोश भरने के लिए गुजरात, बिहार सरीखे कई राज्यों का उदाहरण दिया और बताया कि सत्ता के शिखर तक पहुंचने या बने रहने के लिए किस तरह दूसरे राज्यों में भी नेता और कार्यकर्ताओं ने कुर्बानी दी और जमीन पर लड़ाई लड़ी है तब जाकर वहां पर परिस्थिति बदलने में कामयाबी मिली. यहां तक कि गृहमंत्री ने खुद भी जिस तरह की विकट परिस्थितियों का सामना किया है उनका भी जिक्र कर बंगाल के नेताओं का हौसला बढ़ाने की कोशिश की.


बैठक में मौजूद सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने बंगाल बीजेपी के नेताओं को आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होने और जमीन पर ताकत झोंकने को कहा साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि संगठन की ताकत व्यक्ति विशेष के ताकत से बड़ी होती है लिहाजा सामूहिक रूप एक उद्देश्य के लिए सभी को जुटना होगा.


गौरतलब है कि गृहमंत्री अमित शाह ने बंगाल बीजेपी के सभी सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक कर सूबे के नेताओं में आई सुस्ती और आपसी मनमुटाव को खत्म कर नई ऊर्जा भरने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक कोलकाता के एक होटल के सभागार में बुलाई थी.


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