भारत के सीमावर्ती जिलों में आर्थिक हालात; क्षेत्रीय तनाव, भौगोलिक समस्याएं और सरकारी फंड की कमी

निर्यात के मामले में भी सीमावर्ती जिले (गुजरात को छोड़कर) बहुत पीछे हैं. पश्चिमी सीमा पर, गुजरात को छोड़कर, निर्यात पहले से ही बहुत कम था और यह 2022 से 2025 के बीच केवल 0.3% पर स्थिर रहा.

भारत के सीमावर्ती जिले, जो देश की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के पास हैं, आर्थिक रूप से कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. इन इलाकों में गरीबी कम करने की गति धीमी है और निर्यात का आंकड़ा भी कमजोर है.

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