गरीब की बीमारी, जेब पर भारी: क्या है 'आउट ऑफ पॉकेट एक्सपेंडिचर'?

'आउट ऑफ पॉकेट एक्सपेंडिचर' धीरे-धीरे कम हो रहा है. 2014-15 में ये कुल सेहत खर्च का 62.6% था, जो 2021-22 में घटकर 39.4% रह गया है.

'आउट ऑफ पॉकेट एक्सपेंडिचर' (OOPE) का मतलब है, जब कोई व्यक्ति अपनी बीमारी के इलाज के लिए अपनी जेब से सीधा पैसा खर्च करता है. ये खर्च दवाइयों, डॉक्टर की फीस, टेस्ट और अस्पताल में भर्ती होने जैसी चीजों

Related Articles