भारतीय उत्सवधर्मिता : खेती-किसानी और खानपान का महोत्सव

पूरब से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक भारत के अलग-अलग हिस्सों में मकर संक्रांति इस मौसम में तैयार होने वाली फसल की खुशी में मनाया जाता है.

हजारों साल पहले, जब मानव व्यवस्थित समाज की नींव रख रहा होगा तब उनका अधिकांश समय भोजन की खोज में ही गुजरता होगा. शिकार की तलाश और थकावट के बाद, वे अपने समूह के साथ रात को इकट्ठा होते होंगे,

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