![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
1 साल तक बोरेजगार रहे Maniesh Paul का अब छलका दर्द, 'मैं कई बार टूटा था...संयुक्ता ने संभाला'
Maniesh Paul About His Survival Year Without Work: मनीष पॉल कॉमेडी के बादशाह हैं, लेकिन उनकी लाइफ में ऐसा वक्त आया था जब लोगों को हंसाने वाले मनीष को खुद रोना पड़ गया था. वे उस वक्त बहुत परेशान थे..
![1 साल तक बोरेजगार रहे Maniesh Paul का अब छलका दर्द, 'मैं कई बार टूटा था...संयुक्ता ने संभाला' Maniesh Paul Revealed About Survive One Year Without Work Actor Broke Out Sanyukta Helped Him A lot 1 साल तक बोरेजगार रहे Maniesh Paul का अब छलका दर्द, 'मैं कई बार टूटा था...संयुक्ता ने संभाला'](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/26/cb4fb7b94a1d64f77b5418cd7529c20f1690376968700711_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Maniesh Paul Struggle: मनीष पॉल की जर्नी काफी मुश्किलों भरी रही है. उनकी लाइफ में बहुत अप एंड डाउन्स आए. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत होस्टिंग से की. टीवी पर मनीष ने अपना अलग मुकाम हासिल किया. वे टीवी के तमाम रिएलिटी शोज से लेकर अवॉर्ड शोज तक होस्ट करते दिखे. अब मनीष अपना सपना सिल्वर स्क्रीन पर आकर भी पूरा कर रहे हैं, मनीष ने अपने करियर की नई पारी शुरू की है. वो फिल्मों में भी बतौर एक्टर आने लगे हैं.
मनीष पॉल ने किया खुलासा
हाल ही में मनीष पॉल ने खुद को लेकर खुलासा किया कि कैसे उन्होंने अपने करियर को लेकर एक बड़ा फैसला लिया.वे साल भर तक घर बैठे, इस दौरान उनकी हालत काफी टाइट थी. फाइनेंशियली भी उन्हें काफी तकलीफें हुईं. लेकिन उनकी पत्नी ने इस दौरान उनका साथ नहीं छोड़ा. मनीष ने बताया कि एक वक्त था जब वे खुद को लेकर फिगरआउट कर रहे थे इसके लिए उन्होंने ये सोचने के लिए साल भर का समय लिया.
क्या बोले मनीष पॉल
ह्यूमन ऑफ बॉम्बे के मुताबिक, मनीष ने उस वक्त का जिक्र किया जब वह खुद को काफी कमजोर महसूस कर रहे थे. उन्होंने बताया- साल 2008 में मेरे पास कोई काम नहीं था.मैंने कॉन्शियसली ये फैसला लिया क्योंकि मैं एंजॉय नहीं कर पा रहा था. साल 2007 में मेरी शादी हुई. मैं यहां वहां से पैसे कमा रहा था.लेकिन मजा नहीं आ रहा था. मैं ये करने के लिए थोड़े ना आया था. मैं पर डे के हिसाब से कमाई करने नहीं आया. नो ऑफेंस फॉर जो इस रोजी के साथ काम करते हैं. लेकिन मैं कुछ अलग करना चाहता था. मैं अपने प्रति अच्छा फील करना चाहता था.'
जब सब छोड़ छाड़ कर घर पर बैठ गए थे मनीष
मनीष ने बताया कि - 'मैं सब कुछ छोड़ छाड़ कर घर पर बैठ गया. मेरे पास पैसा नहीं था अर्निंग नहीं थी. रेंट पे करने के लिए भी मेरे पास पैसे नहीं थे. ऐसे में मेरी पत्नी संयुक्ता ने सब कुछ संभाला, सब मैनेज किया. एक साल तक ऐसा ही चलता रहा.मैं इस दौरान कई बार ब्रेकडाउन हुआ, कि कितना समय और लगेगा, कितना और इंतजार और बाकी है. फिर मैंने खुद पर काबू पाया और उठकर फिर खड़ा हुआ. ,संयुक्ता ने मेरी इस दौरान बहुत मदद की. उसने ही मुझे कहा कि अभी ठहरो और रिलैक्स करो.'
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)