दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: दिल्ली में आम आदमी पार्टी लगातार दूसरे चुनाव में 60 से ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बनाने के लिए तैयार है. पिछले चुनाव के मुकाबले बीजेपी के विधायकों की संख्या 3 से 8 तो जरूर हो गई, लेकिन 22 साल बाद भी पार्टी दिल्ली की सत्ता में वापसी नहीं कर पाई. हालांकि केजरीवाल की लहर में बीजेपी के दो दिग्गज नेता अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे.


लगातार दूसरी बार सीट बचाने में सफल रहे ये नेता रोहिणी विधानसभा सीट से जीते विजेंद्र गुप्ता और विश्वासनगर से तीसरी बार विधायक बने ओम प्रकाश शर्मा हैं. विश्वासनगर की बात करें तो 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के ओम प्रकाश शर्मा ने कांग्रेस को हराकर दूसरी बार बीजेपी का कब्जा इस सीट पर जमाया था. इससे पहले 1993 में यह सीट भाजपा ने जीती थी. इसके बाद 2015 में केजरीवाल की आंधी के दौरान भी ओमप्रकाश शर्मा बीजेपी की यह सीट बचाने में सफल रहे थे और अब 2020 के विधानसभा चुनाव में भी जीतने में सफल रहे.


वहीं रोहिणी विधानसभा की बात करें तो यह सीट उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में आती है. साल 2015 में आम आदमी पार्टी की लहर में भी विजेंद्र गुप्ता ने भाजपा को जीत दिलाई थी और अब 2020 में भी पार्टी के कब्जे में सीट रखने में सफल हुए हैं. विजेंद्र गुप्ता दिल्ली बीजेपी के दिग्गज नेताओं में से एक हैं और पिछली बार उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद भी मिला था. इस बार भी नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए विजेंद्र गुप्ता का दावा ही सबसे मजबूत है.


हालांकि पिछले चुनाव में मुस्तफाबाद से बीजेपी नेता जगदीश प्रधान भी जीत दर्ज करने में कामयाब रहे थे. लेकिन इस बार उन्हें करीब 20 हजार वोट से हार का सामना करना पड़ा.


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नतीजों की बात करें तो 2015 की तुलना में आम आदमी पार्टी की सीटें पांच जरूर कम हुई, लेकिन पिछले चुनाव की तरह इस चुनाव में भी केजरीवाल की पार्टी 54 फीसदी वोट हासिल करने में कामयाब रही. वहीं बीजेपी के वोट शेयर में करीब 6 फीसदी का इजाफा हुआ और सीटें 3 से बढ़कर 8 हो गईं.