बुंदेलखंड: जहां बारूद के गुबार में छिप गया था लोकतंत्र का सूरज

बुंदेलखंड के इतिहास में डकैतों का खौफ एक अहम अध्याय रहा है. डाकुओं का ऐसा राज कायम था कि वो चुनाव का रिजल्ट किसी भी ओर मोड़ सकते थे. तब लोकतंत्र का सूरज एक तरह से बारूद के गुबार में छिप गया था.

बुंदेलखंड राज्य आज अस्तित्व में नहीं है, लेकिन फिर भी इसकी अपनी एक अलग भौगोलिक पहचान है. एक समय में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों को बुंदेलखंड कहा जाता था. बुंदेलखंड का सबसे उत्तरी

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