North East Elections 2023: त्रिपुरा-मेघालय-नगालैंड में विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सबसे अमीर उम्मीदवार कौन हैं? जानिए
North East Polls 2023: मेघालय, त्रिपुरा और नगालैंड में चुनाव लड़ने वाले 42% उम्मीदवार करोड़पति हैं. यहां अकेले BJP के कुल 135 में से 58% करोड़पति बताए गए हैं. जानिए क्या है अमीर प्रत्याशियों का गणित...
Elections in North East India: पूर्वोत्तर भारत के 3 राज्यों त्रिपुरा, नगालैंड (Nagaland) और मेघालय (Meghalaya) में विधानसभा चुनाव हुए हैं. गुरुवार (2 मार्च) को इन राज्यों के चुनाव परिणाम (Elections Results 2023) जारी होने लगे हैं. तीनों राज्यों में विभिन्न पार्टियों के 818 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें से 441 उम्मीदवार राष्ट्रीय पार्टियों से हैं और बाकी या तो निर्दलीय हैं या उनका ताल्लुक क्षेत्रीय पार्टियों से है.
सैकड़ों करोड़पति उम्मीदवारों ने लड़ा चुनाव
इन चुनाव में भाग लेने वाले सैकड़ों उम्मीदवार करोड़पति हैं. केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी के कई उम्मीदवारों के पास अकूत दौलत बताई गई है. वहीं, त्रिपुरा-नगालैंड और मेघालय में से सबसे ज्यादा अमीर उम्मीदवार वाले राज्य का नाम लिया जाए तो मेघालय के प्रत्याशी ज्यादा अमीर हैं. ADR की एक रिपोर्ट के मुताबिक, तीनों राज्यों में चुनाव लड़ने वाले प्रति उम्मीदवार की औसत संपत्ति 4.14 करोड़ रुपये है. जिसमें सबसे ज्यादा मेघालय के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5.91 करोड़ रुपये है. वहीं, नगालैंड के प्रत्याशियों की औसत दौलत 5.13 करोड़ है.
लोक जनशक्ति पार्टी 'रामविलास' के उम्मीदवार सबसे अमीर
एडीआर (ADR) की रिपोर्ट में कहा गया कि नगालैंड राज्य में पुघोबोटो निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सुखतो ए सेमा (Sukhato A Sema) 160 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति के साथ अमीर उम्मीदवारों में शीर्ष पर हैं. नगालैंड के अमीर उम्मीदवारों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर एनडीपीपी के मुख्यमंत्री नेफियू रियो (Nagaland CM Neiphiu Rio) हैं, जिनकी संपत्ति 46 करोड़ रुपये से अधिक है. उनके बाद बीजेपी के एआर काहुली सेमा 34 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ लिस्ट में हैं.
इसी प्रकार, मेघालय राज्य में सबसे अमीर उम्मीदवार मेटबाह लिंगदोह हैं, जो यूडीपी की ओर से मैरांग निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, जिनकी चल और अचल संपत्ति 146 करोड़ रुपये से अधिक है. वहीं, त्रिपुरा की बात करें तो त्रिपुरा में चारिलम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा 15.58 करोड़ की चल और अचल संपत्ति के साथ सबसे धनी उम्मीदवार हैं. वह बीजेपी से हैं.
चुनावी मैदान में 42% उम्मीदवार हैं करोड़पति
एडीआर की रिपोर्ट में कुल 818 उम्मीदवारों में से 347 (लगभग 42%) की गिनती करोड़पति उम्मीदवारों के रूप में की गई है. राज्यवार आंकड़ें देखें तो सबसे ज्यादा 375 में से 186 (50%) करोड़पति मेघालय में चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, नगालैंड में 184 से 116 (63%) प्रत्याशी करोड़पति हैं. त्रिपुरा में चुनाव मैदान में उतरे 259 प्रत्याशियों में से 45 (17%) उम्मीदवार करोड़पति हैं. त्रिपुरा के बारे में यह बताया जा रहा है कि यहां मेघालय और नगालैंड के तुलना में सबसे कम उम्मीदवार करोड़पति हैं, जहां औसत संपत्ति 86.37 लाख रुपये है.
बीजेपी, कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशियों की तुलना
पार्टीवाइज अमीर उम्मीदवारों की बात की जाए तो पूर्वोत्तर के इन विधानसभा चुनाव में बीजेपी के 43% और कांग्रेस के 39% उम्मीदवार करोड़पति बताए जा रहे हैं. बीजेपी के 135 में से 58 प्रत्याशी करोड़पति हैं. वहीं, दूसरे स्थान पर निर्दलीय उम्मीदवार हैं. जिनकी संख्या 121 है और उनमें से 27 (22%) प्रत्याशी करोड़पति हैं. इस मामले में कांग्रेस तीसरे नंबर पर है, जिसके कुल 96 में से 37 (39%) प्रत्याशी करोड़पति हैं.
तृणमूल कांग्रेस के 31 उम्मीदवार करोड़पति
पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के 84 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा है. उन उम्मीदवारों में से 31 और एनपीपी के 69 उम्मीदवारों में से 50, यूडीपी के 46 उम्मीदवारों में से 30, सीपीआईएम के 43 उम्मीदवारों में से सात, टिपरा मोथा के 42 उम्मीदवारों में से 9, एनडीपीपी के 40 उम्मीदवारों में से 34 और एनपीएफ के 22 उम्मीदवारों में से 13 की संपत्ति 1 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई गई है.