भारत ने क्यों तय किया राजकोषीय घाटे को 4.9% तक लाने का लक्ष्य?

राजकोषीय घाटा कम होने से सरकार को बाजार से कम कर्ज लेना पड़ेगा
Source : ABPLIVE AI
जब सरकार का खर्च उसकी कमाई से ज्यादा हो जाता है, तो कर्ज लेना पड़ता है. जितना ज्यादा कर्ज लेना पड़ेगा, उतना ही ज्यादा राजकोषीय घाटा होगा. राजकोषीय घाटा दिखाता है कि सरकार की आर्थिक हालत कैसी है.
भारत ने अपने राजकोषीय घाटे को काफी हद तक कम कर लिया है. कोरोना महामारी के दौरान 2020-21 में यह GDP का 9.2% था, जो 2023-24 में घटकर 5.6% रह गया है. 2024-25 के लिए इसे 4.9% रखने का लक्ष्य है.
सरकार ने खर्चों को कंट्रोल करके
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, बिजनेस और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें





