इस बार के बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर काफी जोर दिया गया है. सरकार इसमें खासा निवेश बढ़ाने जा रही है. उम्मीद है कि इससे इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में नया निवेश होगा और उन्हें नए ऑर्डर भी मिलेंगे. हालांकि यह जरूरी नहीं कि सभी इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों को फायदा होगा. ऐसे में म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों को सलाह देने वाली कंपनियों का कहना है निवेशकों को अब इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड्स पर ध्यान देना चाहिए.


इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड्स में निवेश का सही वक्त


निवेश सलाहकारों का मानना है इकोनॉमी को संकट से उबारने के सबसे अच्छे तरीकों में से एक है इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश के जरिये मांग बढ़ाना. 2008 के वित्तीय संकट से उबरने के लिए सरकार ने 2009 और 2010 में इन्फ्रास्ट्रक्चर में खासा निवेश किया था. इस बार भी यही कोशिश की जा रही है लिहाजा ऐसे फंड्स में रिटर्न की उम्मीद बढ़ गई है, जो इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की कंपनियों में पैसा लगाते हैं. निवेश सलाहकारों का मानना है कि पिछले कुछ सालों के दौरान इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों के शेयरों ने अंडरपरफॉर्म किया है. इस समय उनकी वैल्यूएशन कम है. लिहाजा इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड में निवेश करने वालों को सस्ते में ज्यादा यूनिटें मिलेंगी. यह उन निवेशकों के लिए फायदे का सौदा होगा, जो इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों से जुड़े फंड में निवेश करते हैं.


इन फंड्स में कर सकते हैं निवेश


एसएंडपी बीएसई इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडेक्स वैल्यूएशन के मामले में दस फीसदी नीचे है. कुछ ऐसे इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड हैं, जो निवेशकों को बेहतर रिटर्न दे रहे हैं. इन फंड्स में इनवेस्को इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर, टाटा इन्फ्रास्ट्रक्चर, कोटक इन्फ्रास्ट्रक्चर, आईडीएफसी इन्फ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं. इनवेस्को इन्फ्रास्ट्रक्चर ने पांच साल में 14.98 फीसदी रिटर्न दिया है. वहीं टाटा इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड का 5 साल का रिटर्न 12.55 फीसदी है. कोटक इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड पांच साल का रिटर्न 12.66 फीसदी है और आईडीएफसी इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड का पांच साल का रिटर्न 11.99 फीसदी. इन प्रदर्शनों को देख कर लग रहा है इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड में अच्छी संभावनाएं हैं.


अदालत ने फ्यूचर-रिलायंस डील पर लगा स्टे हटाया, कहा- सेबी और सीसीआई उठाएं कदम


बिटक्वाइन में पैसा लगाने की होड़ ,खरीदना है तो जान लीजिए कीमतें और रेंज