नदी और बाढ़: जाने बिना सहजीवन मुश्किल, पर हम हैं कि समझना ही नहीं चाहते

मानव सभ्यता का विकास कृषि के तरीके विकसित होने के साथ हुआ, जो पानी के स्रोतों के आस-पास ही फली-फूली. एक तरह से नदी घाटियां और बाढ़ के मैदान मानव-सभ्यता के केंद्र और सभ्यतागत उथल-पुथल के साक्षी रहे

Related Articles