बहुध्रुवीय विश्वव्यवस्था में भी प्रासंगिक भारत-रूस दोस्ती, दबाव के आगे नहीं झुकी, ऐसी होगी भविष्य की नीति

लगातार तीसरी बार सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले द्विपक्षीय विदेशी दौरे के लिए रूस का चयन कर पश्चिमी देशों को यही संदेश दिया है कि भारत की विदेश नीति स्वतंत्र है

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