‘हुनूज दिल्ली दूर अस्त’ या कि इस बार ‘लेखी’ लिखेंगी भाजपा के लिए नई कहानी..

‘हुनूज दिल्ली दूर अस्त’ का सरल अर्थ है, अभी दिल्ली दूर है. वैसे तो यह पंक्तियाँ सूफी संत हजरत निजामुद्दीन औलिया ने गयासुद्दीन तुगलक के लिए कही थी, लेकिन यह वाक्य आज तक राजनीतिक-सामजिक जीवन

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