बाबा साहब पर अमित शाह के बयान को समग्रता में समझने की जरूरत, बेवजह बवाल मचाने की नहीं

मेरा चित्त परिवर्तन काफी पहले हो चुका है. मेरे लिए अब सब ब्रह्म है. और जब सब ब्रह्म है, तो सब सत्य है. मिथ्या तो यह संसार भर है. आज अमित शाह की तारीफ़ करने का मन हो रहा है. वो भी बाबा साहब के संविधान

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