अफरा बुखारीः हमारी आपकी दुनिया के भीतर उसकी कहानियां

किसी नए लेखक को पढ़ना, देखी-सुनी दुनिया को नई नजर से देखने-सुनने जैसा होता है. पाठक हिन्दुस्तानी हो, लेखक पाकिस्तान हो तो अलग दुनिया दिखने की उम्मीद और बढ़ जाती है. मगर ज्यादातर पाकिस्तानी

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