Sankashti Chaturthi Upay: वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत रखा जाएगा. इस दिन पूरे विधि विधान से गणपति की पूजा की जाती है और उन्हें प्रसन्न करने के उपाय किए जाते हैं. विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जाते हैं. इस माह की संकष्टी चतुर्थी 9 अप्रैल को है. आइए जानते हैं कि आज के दिन बप्पा को किस तरह प्रसन्न कर के हर संकट से मुक्ति पाई जा सकती है.


संकष्टी चतुर्थी का शुभ मुहूर्त



गणपति की पूजा सुबह का मुहूर्त - सुबह 09:13 - सुबह 10:48
गणेश जी की पूजा शाम का मुहूर्त - शाम 06.43 - रात 09.33
चंद्रोदय समय -  रात 10.02


संकष्टी चतुर्थी के दिन करे ये उपाय


संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान श्री गणेश को गेंदे का फूल, मोदक और गुड़ का नैवेद्य अर्पित करना चाहिए. इस उपाय को करने से आपको हर कार्य में सिद्धि प्राप्त होगी. माना जाता है कि श्री गणेश जी को सिंदूर अत्यंत प्रिय है. संकष्टी चतुर्थी के दिन श्री गणेश का सिंदूर से तिलक करने के उनका पूजन करें. सिंदूर को सुख-सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. इस दिन गणपति को सिंदूर अर्पित करने से जीवन में सौभाग्य बना रहता है.


धन- संपत्ति की कामना है तो  संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश स्तोत्र का पाठ करें. गणेश जी के मंत्र 'ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः' की 11 माला का जाप करें. संकष्टी चतुर्थी के दिन शमी के पेड़ का पूजन करने से श्री गणेश प्रसन्न होते हैं. माना जाता है कि उन्हें शमी के पत्ते अर्पित करने से दुख और दरिद्रता दूर भागती है. जीवन की परेशानियों से निजात पाना हैं तो इस दिन श्री गणेश को 17 बार दूर्वा अर्पित करें. साथ ही इस समय 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का जाप करें, आपकी सारी समस्याएं हल होंगी.
 
गणेश जी की पूजा में लाल वस्त्र और लाल चंदन का प्रयोग करें. इससे  मानसिक शांति मिलती है. इस दिन सफेद या पीले रंग के वस्त्र धारण करके पूजा करने से संतान की प्रगति होती है. श्रीगणेश पंचरत्न स्रोत का पाठ करने से नया वाहन और घर खरीदने के योग बनते हैं.


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