यूपी का वाराणसी शहर अपनी संस्कृति के अलावा घाटों के लिए भी जाना जाता है

यहां सबसे पुराना घाट है मणिकर्णिका घाट

कहा जाता है इस घाट पर जिसका अंतिम संस्कार होता है

वाराणसी में मणिकर्णिका घाट सिंधिया घाट और दशाश्वमेध घाट दोनों के बीच में स्थित है

मणिकर्णिका घाट वारणसी के सबसे पवित्र घाटों में से एक है

कहा जाता है इस घाट पर जिसका अंतिम संस्कार होता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है

इसका जिक्र पुराणों में भी किया गया है

ऐसे में क्या आप जानते हैं इस घाट का नाम मणिकर्णिका कैसे पड़ा

हिंदू मान्यता के अनुसार मां पार्वती का कान का फूल यहां गिर गया था, जिसे देवों के भगवान शिव ने ढूंढा था

इसी कारण इसका नाम मणिकर्णिका घाट पड़ गया.