भारत और रूस के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई है, उन्होंने यूक्रेन जंग को लेकर बड़ा बयान जारी किया.



भारत और रूस के विदेश मंत्री दक्षिण अफ्रीका में मिले, जहां दोनों BRICS समिट में हिस्सा लेने पहुंचे थे.



रूस के विदेशमंत्री से मुलाकात में भारतीय विदेशमंत्री ने कहा- यूक्रेन मसले के समाधान के लिए ये शुरूआती दिन हैं.



भारतीय विदेशमंत्री ने कहा- यूक्रेन जंग के बीच अनाज ​गलियारे, परमाणु मुद्दे और युद्ध बंदियों के आदान-प्रदान जैसी समस्याओं पर फोकस किया जा रहा है.



अफ्रीका में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद को लेकर पाक को भी आड़े हाथों लिया.



एस जयशंकर ने कहा- आतंकवाद दुनिया की शांति और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है. इसे जड़ से उखाड़ना जरूरी है.



जयशंकर ने कहा- आतंकवाद के सभी रूपों से डटकर मुकाबला किया जाना चाहिए, इसकी फंडिंग और प्रचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए.



BRICS समिट में जयशंकर ने UN की सुरक्षा परिषद में बदलावों की मांग भी उठाई. उन्होंने कहा- हमें स्थाई सदस्यता मिलनी चाहिए.



बता दें कि भारत को UNSC का स्थाई सदस्य बनने में चीन सबसे बड़ा रोड़ा है, जो BRICS देशों का सदस्य भी है.



UNSC में भारत की स्थाई सदस्यता का चीन ने हमेशा विरोध किया है. वो अपने स्टैंड से पीछे हटने को तैयार नहीं है.



अगर चीन अपना स्टैंड नहीं बदलता तो फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन, रूस के समर्थन के बाद भी भारत UNSC का स्थाई सदस्य नहीं बन सकता है.



दक्षिण अफ्रीका में BRICS की बैठक में भारत का पक्ष रखते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर को देखा जा सकता है.