इस्लाम में कुर्बानी करने वाले के लिए जानवर की खाल बेचना सही नहीं माना जाता है.



ऐसा इसलिए क्योंकि कुर्बानी का जानवर अल्लाह को समर्पित होता है.



ऐसे में चमड़े का दान करना ही सही माना जाता है.



अगर अपने किसी को चमड़ा दान किया और उसने इसे बेच दिया तो ये गुनाह नहीं माना जाएगा.



इस्लाम में कुर्बानी वाले जानवरों की चमड़ी का उपयोग करना या दान करना सही है.



जानवरों की खाल का इस्तेमाल निजी उपयोग में भी की जा सकती है.



कुर्बानी के बाद जानवर का कोई भी हिस्सा बेचना या मजदूरी के रूप में देना सही नहीं है.



कुर्बानी वाले जानवर के शरीर पर किसी भी तरह का कट या चोट का निशान न हो.



कुर्बानी का जानवर अल्लाह को समर्पित होता है, तो उसका सम्मान करना बेहद जरूरी है.