इस्कॉन मंदिर की स्थापना साल 1966 में न्यूयॉर्क शहर में संस्थापक आचार्य परम स्वामी श्रील प्रभुपाद ने की थी.



इस्कॉन को लेकर लोगों की राय है कि ये विदेशी संगठन है, जबकि ऐसा नहीं है.



इस्कॉन मंदिर समाज में आध्यात्मिक शिक्षा को बढ़ावा देने का काम करता है.



ऐसे में एक सवाल क्या इस्कॉन मंदिर में मुसलमानों को जाने की इजाजत है?



इस्कॉन का मंदिर भारत के कई शहरों में होने के साथ विदेशों में भी है.



इस्कॉन मंदिर जाति, धर्म, संप्रदाय, भाषा, लिंग किसी भी तरह का भेद नहीं करता है.



इस्कॉन के मंदिर मुख्य रूप से भगवान कृष्ण को समर्पित होते हैं.



इस्कॉन के मंदिरों 80 से ज्यादा देशों में स्थित है.



इस्कॉन मंदिर में मुसलमानों को जाने की इजाजत होती है.