इंडोनेशिया के पामिजहान गांव में सफरावादी घाटी गुफा को ‘मक्का जाने का गुप्त मार्ग’ माना जाता है.



बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार कुछ लोगों का मानना है कि इस गुफा से मक्का तक की यात्रा मात्र डेढ़ घंटे में पूरी की जा सकती है.



पामिजहान गांव में सफरावादी गुफा को ‘मक्का जाने का गुप्त मार्ग' क्यों कहा जाता है. चलिए जानते हैं.



गुफा में प्रवेश करने वाले तीर्थयात्री विशेष धार्मिक आस्थाओं के साथ वहां आते हैं.



गुफा के प्रवेश द्वार पर तैनात गार्ड ने बताया कि पहले यहां इस तरह की मान्यताएं प्रचलित नहीं थीं.



इतिहासकारों के अनुसार यह स्थान इस्लामिक शिक्षाओं और साधना से जुड़ा हुआ है.



यहां एक छोटा गलियारा है, जिसे मक्का जाने का मार्ग बताया जाता है, लेकिन इसे लोहे की सलाखों से बंद कर दिया गया है.



इंडोनेशिया के बड़े इस्लामी संगठनों ने इसे मात्र एक मान्यता बताया और लोगों से ऐसे दावों पर विश्वास न करने को कहा है.



कुछ लोग इसे धार्मिक आस्था से जोड़ते हैं और मानते हैं कि यहां प्रार्थना करने से हज पर जाने की उनकी इच्छा पूरी हो सकती है.



विशेषज्ञ अमाना नोरिश का कहना है कि लोग मिथकों और लोक कथाओं पर विश्वास करते हैं और उन्हें सच मानने लगते हैं.