भारत के झारखंड राज्य में पारसनाथ पर्वत को सोने का पहाड़ कहा जाता है

इस पहाड़ को जैन धर्म के 20वें तीर्थंकर

भगवान पार्श्वनाथ के नाम पर जाना जाता है

यह जैन धर्म के लिए पवित्र स्थल है

यहां के प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक महत्व के कारण हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं

इस पहाड़ की यात्रा सबके लिए खुली नहीं है

उन्ही लोगों को यहां आने की अनुमति है जो धार्मिक उद्देश्य से आते हैं

जिन्हें विशेष अनुमति प्राप्त है

सरकार और स्थानीय प्रशासन और धार्मिक को ध्यान में रखते हुए

इस क्षेत्र की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हैं