गुदगुदी का हमारे दिमाग के दो हिस्से कारण होती है

पहला सोमेटोसेंसरी कॉर्टिक्स है, ये वो हिस्सा है जो टच को समझता है

दूसरा एंटीरियर सिंगुलेट कॉर्टेक्स है

ये खुशी और सेंसेशन के एहसास को समझने का काम करता है

खुद के गुदगुदी करने पर दिमाग का सेरिबेल्म हिस्से को पहला ही पता होता है

जो कॉर्टेक्स को इस बारे में सूचित कर देता है

ऐसे में गुदगुदी के लिए तैयार कॉर्टेक्स पहले से अवेयर हो जाते हैं

जिस वजह से हमें गुदगुदी नहीं लगती है

लेकिन दूसरे के गुदगुदी करने पर दिमाग को सिंग्नल पहले से नहीं मिलता है

इसके लिए दिमाग पहले से तैयार नहीं होता है और हमें गुदगुदी होती है