ताजमहल की जमीन आमेर के कछवाहों की जायदाद थी

ये जानकारी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के मुताबिक है

ताजमहल बनाने के लिए ये जमीन खरीदी गई थी

इसके बदले बादशाह ने कछवाहों को चार हवेलियां दी थी

इन हवेलियों की जानकारी नहीं है

इतिहासकार हामिद लाहौरी ने बादशाहनामा में इसका जिक्र किया है

ताजमहल करीब 60 बीघा क्षेत्र में फैला हुआ है

इसका निर्माण 22 साल के काम के बाद हुआ था

इसका काम 1648 में पूरा हुआ था  

ताजमहल का नाम दुनिया के सात अजूबों में शामिल है