हिन्दू धर्म में तुलसी को पवित्र पौधा माना गया है.



और इसे देवी तुलसी का सांसारिक रूप माना जाता है.



तुलसी को लक्ष्मी का अवतार माना जाता है और भगवान विष्णु की पत्नी भी कहा जाता है.



जानते हैं कि अगर हमसे गलती हो जाए तो तुलसी माता से कैसे माफी मांगे.



तुलसी माता से माफ़ी मांगने के लिए, हाथ जोड़कर और सच्चे मन से उनसे निवेदन करें.



कहा जाता है कि ऐसा करने से धन की देवी रुष्ट नहीं होतीं.



तुलसी की मंजरी को तुलसी माता का सिर माना जाता है, इसलिए इसे भूरा होने पर ही तोड़ना चाहिए.



तुलसी के पत्ते तोड़ने से पहले, उनसे अनुमति लेनी चाहिए.



तुलसी के पत्ते तोड़ते समय 'ॐ सुभद्राय नमः' मंत्र बोलना चाहिए.



तुलसी के पत्ते तोड़ते समय 'ॐ सुभद्राय नमः' मंत्र बोलना चाहिए.