खरमास का महीना अशुभ माना गया है. खरमास में
मांगलिक कार्य पर रोक लग जाती है.


सूर्य जब मीन या धनु राशि में जाते हैं तब 1 माह तक
खरमास लगते हैं.


सूर्य देव 14 मार्च को शाम में 6 बजकर 59 मिनट पर
मीन राशि में गोचर करेंगे. इस दिन से खरमास शुरू होंगे.


खरमास की समाप्ति 14 अप्रैल 2025 को होगी. इस
दिन से सौर नववर्ष शुरू हो जाता है.


खरमास में बहू-बेटी की विदाई नहीं की जाती. विवाह, मुंडन,
जनेऊ संस्कार आदि शुभ काम नहीं करते हैं.


नए बिजनेस की शुरुआत, घर का निर्माण कार्य,
तामसिक भोजन आदि नहीं करना चाहिए.


इस महीने में जितना हो सके धर्म कर्म और दान पुण्य के
कार्य करने चाहिए. इससे जन्मों के पाप धुल जाते हैं.


इस महीने में तीर्थ स्थान करना रामायण, सत्यनारायण कथा,
गीता का पाठ करना भी बेहद शुभ माना जाता है.