ज्योतिष शास्त्र में 9 ग्रहों का विशेष महत्व है.



मंगल ग्रह का नाम प्राचीन रोमनों ने अपने युद्ध के देवता के नाम पर रखा था,



क्योंकि इसका लाल रंग खून की याद दिलाता था.



मंगल ग्रह को साह, पराक्रम, युद्ध, रक्त, भूमिका का कारक माना जाता है.



साथ ही मीन राशि में शनि का होना यह संकेत दे रहा है कि आने वाले समय में विवाद और संघर्ष बढ़ सकता है.



राहु का मीन राशि राशि में होना भी यह संकेत देता है कि स्थिति और बिगड़ सकती है.



वहीं शनि का मीन राशि में होना भी युद्ध के ओर संकेत करता है



मीन राशि में शनि, राहु, शुक्र की युति भी युद्ध की ओर संकेत देती है.



इसीलिए अगर किसी एक ग्रह की बात करें तो मंगल ग्रह युद्ध का कारक है.