हनुमान जी की लंबाई को लेकर वेद, पुराण, रामायण जैसे
मूल ग्रंथों में कोई निश्चित माप नहीं दिया गया है,
मुख्य ग्रंथों में उनकी निश्चित लंबाई नहीं बताई गई.

हनुमान जी के पास अपना रूप व
आकार बदलने की शक्ति थी.


अनुमानित आधार लंबाई
10-11 फीट मानी जाती है.


कुछ ग्रंथों में 11, 35 या
108 फीट भी बताया गया है.


मूर्तियों में उन्हें विशाल
काय रूप में दिखाया गया है.


युग विशेष में मानव वानर आदि
की लंबाई अधिक मानी जाती थी.


कई पौराणिक स्रोतों में उनकी
लंबाई अनंत या प्रतीकात्मक भी मानी गई है.


विशेष अवसरों पर वे विराट या
लघु दोनों रूपों में दिखाई देते थे.


हनुमान जी की पहचान उनकी
शक्ति, भक्ति और वीरता के लिए है.


उनकी लंबाई साहस,
शक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है.