कर्म करते रहो बिना फल की चिंता किए बिना.



हर स्थिति में चीजों को स्वीकार करना सीखें.



आपका शरीर नश्वर है, लेकिन आत्मा अमर है.



जीवन में संतुलन बनाए रखें.



मन को नियंत्रण करना ही माया पर विजेता है.



चीजों के प्रति अधिक आसक्ति नहीं रखना चाहिए.



अपने समय की इज्जत करो.



आपका कर्म ही सर्वोपरि है.



कर्म के प्रति सच्ची आस्था रखों.



जीवन में निर्भय होकर जीना ही बेहतर विक्लप है.