गणेशोत्सव की शुरुआत हो चुकी है और घर-घर बप्पा पधार चुके हैं.



गणेश उत्सव के 10 दिनों में भक्त भगवान गणेश की पूजा अराधना करते हैं.



लेकिन गणेश जी की पूजा में कुछ चीजें अर्पित करना वर्जित होता है.



गणेश पूजा में वर्जित चीजों में तुलसी भी एक है.



एक बार तुलसी के कारण ही गणपति की तपस्या भंग हो गई थी.



तुलसी ने गणपति को विवाह का प्रस्ताव रखा, जिसे बप्पा ने ठुकरा दिया.



इससे तुलसी क्रोधित हो गई और गणपति को दो शादी होने का श्राप दे दिया.



बप्पा ने भी आगबबूला होकर कह दिया कि, तुम्हारी शादी असुर से होगी.



इसी श्राप के कारण भगवान गणेश को तुलसी नहीं चढ़ाई जाती है.