कहा जाता है कि, बिना बुलाए कहीं भी

नहीं जाना चाहिए, लेकिन

कुछ ऐसे स्थान होते हैं, जहां जाने के लिए बुलावे का

इंतजार नहीं करना चाहिए.

धार्मिक मान्यता के अनुसार इन जगहों पर बिना बुलाए

जाना भी शुभ फल देता है.

मंदिर या ईश्वर दर्शन के लिए जाने के लिए किसी

निमंत्रण की आवश्यकता नहीं होती.

श्मशान या किसी की शोक सभा में बिना बुलाए

चले जाना शास्त्र में मानव धर्म है.

यदि कोई परिचित बीमार हो तो बिना बुलाए तुंरत

उसके घर या अस्पताल पहुंच जाएं.

आपदा या संकट में फंसे व्यक्ति की मदद के लिए

तुरंत पहुंचना भी परोपकार है.

शास्त्रों के अनुसार इन स्थानों पर संकोच नहीं,

संवेदना और सेवा जरूरी है.