शास्त्रों में एकादशी को सबसे श्रेष्ठ तिथियों

में एक माना गया है.

खासकर पुत्रदा एकादशी विशेष रूप से संतान प्राप्ति

के लिए फलदायी होती है.

जो दंपती संतान प्राप्ति की कामना रखते हैं उनके

लिए पुत्रदा एकादशी लाभकारी है.

पौष और सावन महीने में पुत्रदा एकादशी

का व्रत रखा जाता है.

इस दिन जिन बच्चों का जन्म होता है,

उनमें विशेष गुण होते हैं.

साथ ही एकादशी पर जन्मे बच्चों पर

भगवान विष्णु की कृपा रहती है.

एकादशी पर जन्मे लेने वाले बच्चे स्वभाव

से शांत और सरल होते हैं.

एकादशी के दिन जन्म लेने वाले बच्चों में

तीव्र बुद्धि गुण होता है.