चाणक्य अपनी नीति में ऐसी आदते बताते हैं, जिन्हें छोड़ देना चाहिए.

चाणक्य के अनुसार ये आदते जीवन को बर्बाद करती है और जेब खाली करती है.

चाणक्य कहते हैं कि खासकर 20 की उम्र के बाद ये आदतें जरूर त्याग दें.

आइये जानते हैं वो कौन सी आदते हैं तो बनती है असफलता और धन हानि का कारण.

समय की बर्बादी न करें. वरना बाद में केवल पछतावा ही शेष रहेगा.

चाणक्य कहते हैं व्यक्ति को समय की कीमत समझनी चाहिए.

20 की उम्र तक व्यक्ति को आलस का त्याग कर मेहनत करना चाहिए.

क्योंकि मेहनत की सफलता की असली कुंजी है.

व्यक्ति को फिजूलखर्ची से दूर रहकर धन की अहमियत समझनी चाहिए.