चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च 2025 से हो रही है.

9 दिनों तक चलने वाले नवरात्रि की शुरुआत कलश स्थापना से होती है.

इसलिए जान लीजिए कि नवरात्रि में कलश स्थापना का नियम क्या है.

कलश स्थापना हमेशा शुभ मुहूर्त या अभिजीत मुहूर्त में ही करें.

घटस्थापना के लिए सोना, चांदी, तांबे या मिट्टी के कलश का ही प्रयोग करें.

उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा कलश स्थापना के लिए शुभ होती है.

कलश पर स्वास्तिक बनाकर मौली से लपेटे और पानी भरकर 5 आम के पत्ते रखें.

एक पात्र में मिट्टी जालकर उसमें सात प्रकार के अनाज बोएं.

कलश में लौंग, हल्दी, सिक्का, फूल, अक्षत, सुपारी, इलायती और पान डालें.

अब दीप जलाकर मां दुर्गा के पूजा-अर्चना की शुरुआत करें.