अनिरुद्धाचार्य वृंदावन स्थित
गौरा गोपाल आश्रम चलाते हैं.


उन्होंने लड़कियों की शादी की
उम्र 14 साल करने की बात कही थी.


भगवान शिव को कृष्ण का साला कहने
पर संत समाज ने विरोध किया.


माता सीता व द्रौपदी की सुंदरता को
उनके कष्टों का कारण बताया.


महर्षि वाल्मीकि पर की गई
टिप्पणी पर उन्हें माफी मांगनी पड़ी.


एक बयान में कहा, लड़कियां पढ़ाई के बहाने
घर से भागती हैं और 35 टुकड़ों में मिलती हैं.


उनके प्रवचन धर्म जागरण की बजाय कई बार
विवाद और नकारात्मकता का कारण बने हैं.


विवादित बयानों को लेकर कई बार
आलोचना और माफी दोनों झेल चुके हैं.


उनके प्रवचन वीडियो सोशल.
मीडिया पर लाखों लोग देखते हैं.


जिससे उनका हर बयान
धार्मिक चर्चा का विषय बन जाता है.