Spam Calls: अगर आप भी फोन इस्तेमाल करते हैं तो आपको भी सुबह से लेकर शाम तक कई मैसेज और फोन कॉल आते होंगे, यहां हम आपके दोस्तों और रिश्तेदारों के फोन-मैसेज की बात नहीं कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं उन फोन और मैसेज की, जिनमें आपको कोई सामान लेन के लिए कहा जाता है या फिर फ्रॉड की कोशिश होती है. देशभर के लोगों को ऐसे ही कई स्पैम कॉल और मैसेज आते हैं, जिनका एक आंकड़ा सामने आया है. ये आंकड़ा काफी चौंकाने वाला है. 


स्पैम कॉल से फ्रॉड
स्पैम कॉल से सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को होती है, जिन्हें हर कॉल उठाना होता है. कंपनियां आपको अपना प्रोडक्ट खरीदने के लिए दबाव बनाती हैं, वहीं कुछ कॉल ऐसी भी होती हैं जो आपके खाते को खाली कर सकती हैं. आपकी एक लापरवाही से वो आपके लाखों रुपये उड़ा लेते हैं. ज्यादातर लोग अपने फोन में स्पैम कॉल से बचने के लिए ऐप डाउनलोड करते हैं और डीएनडी सेटिंग करते हैं. 


क्या कहते हैं आंकड़े
ट्रू कॉलर की ग्लोबल स्कैम रिपोर्ट के मुताबिक भारत दुनिया का ऐसा देश है, जहां लोगों को सबसे ज्यादा स्पैम कॉल आती हैं. ब्राजील, पेरू और यूक्रेन के बाद भारत का नंबर आता है. इस रिपोर्ट के मुताबिक 60 फीसदी लोगों को रोजाना तीन या इससे ज्यादा स्पैम कॉल रोजाना आते हैं. चौंकाने वाली बात ये है कि 90 परसेंट लोगों ने ये कहा कि डीएनडी लिस्ट में रजिस्टर्ड होने के बावजूद उन्हें स्पैम कॉल आती हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक हर भारतीय को औसतन रोजाना 12 फेक मैसेज आते हैं. 


बचने के लिए क्या करें?
फिलहाल सरकार की तरफ से ऐसे कॉल्स या नंबर्स को ब्लॉक करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर लगातार कोशिशें की जा रही हैं. अगर आपको भी ऐसे नंबरों से बचना है तो आप ये ध्यान रखें कि अपनी पर्सनल जानकारी बिल्कुल न दें, किसी भी लालच में न आएं और सतर्क रहकर ही बात करें. इस बात का भी खयाल रखें कि हर जगह अपना मोबाइल नंबर देने की जरूरत नहीं है, कई कंपनियां आपके नंबर को दूसरे लोगों के साथ शेयर करती हैं. 


ये भी पढ़ें - Bank Lunch Rules: सरकारी बैंक में लंच का होता है ये नियम, नहीं अटक सकता है आपका काम