कोलकाता: पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में गुरुवार को रैली निकालने से रोकने पर पार्टी समर्थक हावड़ा जिले के बगनान में पुलिस से भिड़ गए. बीजेपी ने अपने कार्यकर्ता किंकर मांझी की हत्या के विरोध में बगनान विधानसभा क्षेत्र में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था. मांझी ने बुधवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था.


मांझी को उसके पड़ोसी और तृणमूल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता ने 24 अक्टूबर को भूमि विवाद चलते कथित तौर पर गोली मार दी थी जिसके बाद कोलकाता के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था.





कैसे शुरू हुआ बवाल
भगवा पार्टी को रैली निकालने की अनुमति नहीं मिलने के बाद बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और बिष्णुपुर के सांसद सौमित्र खान वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बात करने के लिए बगनान पुलिस थाने के अंदर गए. जब खान वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बात कर रहे थे, तब भी बीजेपी कार्यकर्ता थाने के बंद गेट पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे जिसके बाद वहां तैनात कर्मियों के साथ उनकी धक्का-मुक्की हुई.


TMC पर हत्या का आरोप
बीजेपी ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर किंकर मांझी को गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया है. बीजेपी सांसद ने कहा, "हमारी पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई, लेकिन हमें रैली निकालने की अनुमति नहीं दी जा रही है. हमारे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पीटा और गिरफ्तार किया है, जबकि तृणमूल नेताओं को आज रैली निकालने की अनुमति दी गई थी."


पुलिस ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को रैली निकालने से मना कर दिया गया क्योंकि इससे "क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की समस्या" पैदा हो सकती थी. मांझी की मौत के बाद बुधवार शाम से क्षेत्र में तनाव बना हुआ है. इलाके में पुलिसकर्मी लगातार गश्त कर रहे हैं. तृणमूल नेताओं ने दावा किया है कि बदमाशों ने एक पारिवारिक विवाद चलते मांझी पर गोली चलाई थी. नेताओं ने बीजेपी पर "मुद्दे का राजनीतिकरण करने" का आरोप लगाया.


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