Varanasi News: वाराणसी में यहां दहन होगा सबसे बड़ा रावण, तीन पीढ़ियों से मुस्लिम परिवार बना रहा पुतला
Dussehra 2023: वाराणसी में अलग-अलग स्थानों पर रामलीला का आयोजन किया जा रहा है जहां आखिरी दिन यानी दशहरा पर रावण के साथ कुंभकरण और मेघनाद का पुतला दहन किया जाएगा.
Varanasi News: वाराणसी सहित पूरे देश में दशहरा (Dussehra) के अवसर पर रावण दहन (Ravan Dahan) को लेकर तैयारी जोर-जोर से चल रही है. कई दशकों से वाराणसी के BLW में पूर्वांचल का सबसे बड़ा रावण (Ravan), कुंभकरण (Kumbhkarna) और मेघनाद (Meghnad) का पुतला दहन किया जाता है. इस दौरान लाखों की संख्या में लोग BLW के मैदान में इस दृश्य को देखने के लिए उमड़ते हैं.
वाराणसी में दशहरा पर दहन होने वाले रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले को शमशाद खान और उनके परिवार द्वारा तैयार किया जाता है जो पिछले तीन पीढ़ियों से BLW मैदान के लिए पुतला बनाते आ रहे हैं.
75 फुट के रावण के पुतले का किया जाएगा दहन
शमसाद खान ने एबीपी लाइव से बातचीत में बताया, ''हमारे परिवार के सदस्य पिछले तीन पीढ़ियों से BLW सहित अन्य जगहों के लिए पुतला बनाते हैं. हमारे नाना ने सबसे पहले इसको बनाने का काम शुरू किया था. और इस बार भी विजयादशमी के लिए हम इन तीनों पात्रों का पुतला बना रहे हैं. जिसमें रावण का 75 फीट, कुंभकरण का 70 फीट और मेघनाद के पुतले के लिए 65 फीट की ऊंचाई निर्धारित है. BLW में पूर्वांचल का सबसे बड़ा रावण, कुंभकरण और मेघनाद का पुतला रखा जाता है जिसके दहन को देखने के लिए लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ती है.''
प्रभु राम के व्यक्तित्व से प्रभावित हैं शमशाद
रावण सहित अन्य पात्रों का पुतला बना रहे शमशाद ने कहा कि ''विजयदशमी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और हम सभी यह मानते हैं कि समाज से कई बुराइयों को दूर करने की आवश्यकता है. इसके लिए जरूरी है कि हम सभी प्रभु श्री राम के व्यक्तित्व का अनुसरण करें, उनके बताए हुए मार्गों पर चलने का प्रयास करें.''