Uttarakhand Floods: उत्तराखंड में भारी बारिश से हालात काफी बिगड़ चुके हैं. मूसलाधार हो रही बारिश के कारण कई इलाकों में भूस्खलन की खबरों के साथ ही अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड में हुई बारिश से तबाही का जायजा लिया. शाह ने गुरुवार को प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया. इस दौरान उनके साथ राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे.


बाढ़-बारिश से 52 की गई जान
भारी बारिश से प्रभावित उत्तराखंड में बुधवार को छह और शव बरामद किए गए, जिससे राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर 52 हो गई. बारिश के चलते हुए भूस्खलन से अनेक सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और अनेक गांवों में बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार नष्ट मकानों के मलबे से आज छह और शव मिले. पांच लोग अब भी लापता हैं तथा बारिश से जुड़ी घटनाओं में 17 लोग घायल हुए हैं. एक आधिकारिक बयान के अनुसार ज्यादातर लोगों की मौत मकानों के गिरने के कारण हुईं. नैनीताल जिले में ही 28 लोगों की मौत हुई है.









उधम सिंह नगर और नैनीताल से 1300 लोगों को निकाला गया


उत्तराखंड में लापता लोगों के आधिकारिक आंकड़ों में एक ट्रेकिंग टीम के वे 11 सदस्य शामिल नहीं हैं जो उत्तरकाशी से रवाना हुए थे, लेकिन पड़ोसी हिमाचल प्रदेश के चितकुल में अपने गंतव्य पर नहीं पहुंच पाए. एक असंबंधित घटना में, भारत-चीन सीमा के पास एक आईटीबीपी गश्ती दल के साथ जा रहे तीन कुली बर्फ में दब गए और उन्हें मृत माना जा रहा है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने कहा कि उसने उत्तराखंड के बाढ़ प्रभावित इलाकों से सैकड़ों लोगों को बचाया है. बल ने राज्य में 17 बचाव दल तैनात किए हैं.


एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने अब तक उधम सिंह नगर और नैनीताल से 1,300 से अधिक फंसे लोगों को निकाला है. वे उत्तराखंड के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री भी वितरित कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि उधम सिंह नगर में छह, उत्तरकाशी और चमोली में दो-दो तथा देहरादून, चम्पावत, पिथौरागढ़ और हरिद्वार में एक-एक टीम को तैनात किया गया है.


उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को कुमाऊं के बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा किया और अधिकारियों को नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए. केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री और नैनीताल से सांसद अजय भट्ट तथा राज्य आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिंह रावत के साथ, धामी उधम सिंह नगर जिले में जलभराव वाले स्थानों को पार करने के लिए एक ट्रैक्टर पर सवार हुए. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "खड़ी फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है, घरों में पानी घुस गया है. मैं प्रभावित इलाकों में घर-घर जा रहा हूं ताकि लोगों का दर्द बांट सकूं."


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