Varanasi News: बीते कुछ सालों से बनारस (Banaras) की बदलती तस्वीर स्थानीय लोगों के साथ-साथ दूरदराज से आने वाले पर्यटकों (Tourist) को भी काफी प्रभावित कर रही है. ऐसे में हमेशा गुलजार रहने वाले बनारस के गोदौलिया दशास्वमेध घाट मार्ग की शानदार रौशनी और चकाचौंध देखकर लोगों को लंदन स्ट्रीट जैसा नजारा याद आ रहा है. वाराणसी में सावन महीने के बाद से ही दिनों दिन पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है, खासतौर पर इस मार्ग पर देर शाम के बाद ही लोगों की इतनी भीड़ बढ़ जाती है कि पैर रखने तक के लिए यहां जगह बाकी न रहती.


बनारस आना शानदार अनुभव रहा- पर्यटक
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने आए पुणे के रविंद्र सिंह ने बातचीत के दौरान बताया कि बनारस के बारे में बहुत कुछ सुना था और निश्चित ही छोटे से क्षेत्र में बसे इस खूबसूरत शहर के अनुभव को सिर्फ शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. गोदौलिया-दशास्वमेध घाट मार्ग की जगमग रोशनी, चंद दूरी पर गंगा आरती, इसके अलावा यहां से ही पैदल मार्ग होते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करने का अवसर मिला.


उन्होंने कहा कि हम 15 साल पहले भी अपने परिवार के साथ बनारस आए थे, लेकिन आज के दौर में शहर बहुत बदल गया है. खासतौर पर इस मार्ग का सौंदर्यकरण और एयरपोर्ट-रेलवे मार्ग से वाराणसी पहुंचना काफी आसान हो गया है. निश्चित ही आने वाले समय में एक बार फिर बनारस आने की इच्छा है.


श्रद्धालुओं के लिए सिरदर्द बना अतिक्रमण
वहीं यहां के स्थानीय निवासियों का भी कहना है कि गोदौलिया-दशास्वमेध घाट मार्ग पर पहले अतिक्रमण और गलत तरीके से वाहन खड़ा करने की वजह से दूरदराज से आने वाले पर्यटकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब यहां की सड़कें काफी चौड़ी हैं. इसके अलावा देर शाम के बाद यहां के लंदन स्ट्रीट लाइट जैसे नजरे भी पर्यटकों और स्थानीय लोगों को काफी आकर्षित कर रहे हैं.


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