UP Politics: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) ने बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) पर समान रूप से हमला बोला. शनिवार (7 अक्टूबर) को उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों पार्टियों के लोक लुभावन वादे किए जाने से चुनावी माहौल प्रभावित हो रहा है. बसपा प्रमुख ने सवाल उठाया कि आखिर चुनाव से पहले लोक लुभावन वादे क्यों किए जा रहे हैं. मायावती एनडीए (NDA) और इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A. Alliance) से अब तक दूरी बनाए हुए हैं. बसपा का लोकसभा चुनाव से पहले किसी भी गठबंधनों को समर्थन प्राप्त नहीं है. इसलिए बसपा प्रमुख बीजेपी और कांग्रेस दोनों राजनीतिक दलों पर आक्रामक हैं. 


मायावती ने चुनाव से पहले वादों पर उठाए सवाल


मायावती ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया, ''आगामी चुनावों से पहले कांग्रेस और बीजेपी किस्म-किस्म के लुभावने वादे किए जाने से चुनावी माहौल प्रभावित हो रहा है. सवाल पैदा होता है कि आखिर चुनाव से पहले वादे अब क्यों किए जा रहे हैं? समय रहते वादों पर अमल क्यों नहीं हुआ?" उन्होंने कहा कि बीजेपी-कांग्रेस की घोषणाओं में गंभीरता कम और छलावा ज्यादा है. मायावती ने कहा, ''देश की जनता महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की मार से त्रस्त है, लेकिन दोनों राजनीतिक दल चुनाव में जातीय गणना, ओबीसी और महिला आरक्षण को भुनाने में लगी हैं."


बीजेपी और कांग्रेस दोनों से पूछ लिया ये सवाल


बसपा चीफ ने कहा, "उनकी मंशा विफलताओं पर पर्दा डालने की है. जनता बीजेपी-कांग्रेस के छलावे और बहकावे में अब नहीं आने वाली है.'' उन्होंने कांग्रेस के नारे ’जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी’ पर भी हमला बोला. नया चुनावी शिगूफा बताते हुए मायावती ने पूछा, "क्या आजादी के बाद से कांग्रेस ने कभी भी पार्टी और सरकार में अमल करके दिखाया. ऐसे में कांग्रेस पर विश्वास कैसे किया जा सकता है?" उन्होंने कहा कि बसपा ने पार्टी और सरकार में सामाजिक न्याय को लागू करके दिखाया है.


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