यूपी सरकार में मंत्री संजय निषाद के हिजाब विवाद पर दिए अभद्र बयान पर जमकर सियासत हो रही है. इस पूरे बवाल पर योगी सरकार के मंत्री अनिल राजभर की प्रतिक्रिया आई हैं. उन्होंने संजय निषाद के बयान पर माफी मांगी और कहा कि सभी को बोलने से पहले सोचना चाहिए की किसी की भावना आहत न हो. 

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यूपी के मंत्री अनिल राजभर ने संजय निषाद के बयान पर माफी मांगते हुए कहा कि "चाहे हम हो या कोई हो.. कुछ भी बोलने से पहले हमें यह सोचना चहिए कि किसी की भावना आहत ना हो. मैं उम्मीद करता हूं कि हमारे किसी साथी मंत्री के बयान से बलिया के सम्मानित लोगों की भावना आहत हुई हैं. मैं उनकी तरफ से बहुत क्षमा चाहता हूं. उम्मीद करता हूं कि ऐसे बयानों की पुनरावृत्ति भविष्य में नहीं होगी." 

'जी राम जी' विधेयक को लेकर साधा निशाना

अनिल राजभर ने इस दौरान मनरेगा का नाम जी राम जी किए जाने का विरोध किए जाने पर भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को भगवान राम से दिक्कत है. कांग्रेस पार्टी के नेता का बयान कि हम भगवान राम को नही मानते तो हम उनसे और क्या उम्मीद करें?

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हम 'वंदे मातरम्' गीत के 150 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहे है. लेकिन, इन सब बातों पर भी कांग्रेस को एतराज है तो इसमें मैं क्या करूं? पूरा प्रतिपक्ष प्रधानमंत्री मोदी के विरोध में अंधा हो चुका है. पागल हो चुका है. पीएम मोदी का विरोध करते-करते विपक्ष भारत का भी विरोध करने लगता है. 

अजय राय के बयान पर भी पलटवार

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने आरएसएस के दफ्तरों की जांच कराने की माँग की और आरोप लगाया कि अगर आरएसएस कार्यालयों की जाँच करा ली जाए तो सबसे ज्यादा घुसपैठिए इसी में हैं. उनके इस बयान पर अनिल राजभर ने कहा कि जिसकी जितनी बुद्धि रहेगी वो उतनी ही बात करता है.  ऐसे लोगों को मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि आसमान की तरफ देखकर थूकना बन्द कर दें नही तो ऐसे लोगों का हश्र बड़ा बुरा होता है.  

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