Uttar Pradesh Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट से सपा सांसद एसटी हसन का टिकट कटने के बाद समाजवादी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. जहां एसटी हसन ने सपा प्रत्याशी रुचि वीरा के समर्थन में चुनाव प्रचार नहीं करने का एलान किया है. वहीं अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी अपनी गलती का एहसास हो रहा है. 


मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी ने जिस तरह सांसद डॉ एसटी हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा को टिकट दिया जबकि वो अपना नामांकन पत्र तक दाखिल कर चुके थे, जिसके बाद एसटी हसन के समर्थनों में खासी नाराजगी है. इसी बीच अखिलेश यादव जब सपा प्रत्याशी के लिए जनसभा करने पहुंचे तो उन्होंने नाराज समर्थकों को मनाने के लिए मंच से ही बड़ा एलान कर दिया. 


सपा अध्यक्ष को हुआ गलती का एहसास
सपा अध्यक्ष ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि "एसटी हसन साहब को हम उन्हें नहीं टिकट दे पाए..हम तो चाहते थे कि वो बगल की लोकसभा सीट से चुनाव लड़ लें..लेकिन किसी कारण उन्होंने मना कर दिया कि नहीं लड़ेंगे. मैं उन्हें भरोसा दिलाता हूं, उनके साथी सहयोगियों को कि आगे जब कभी भी हमें मौका मिलेगा तो डॉ एसटी हसन साहब को भी हम पूरा सम्मान देने का काम करेंगे. उनको आगे बढ़ाने का काम करेंगे." 


अखिलेश यादव ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि आज के बाद उनके साथी और सहयोगी मिलकर समाजवादी पार्टी और गठबंधन को जिताने का काम करेंगे." इससे पहले डॉ एसटी हसन खुलकर कह चुके हैं कि वो सपा प्रत्याशी रुचि वीरा के समर्थन में चुनाव प्रचार नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर मैं ऐसा करूँगी तो मेरे समर्थ नाराज हो जाएंगे. अगर अखिलेश जी आते और मुझे ले जाते और मैं रुचि वीरा के नाम का एलान करता तो मेरे समर्थक नाराज नहीं होते. 


दरअसल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले एसटी हसन को ही मुरादाबाद सीट से टिकट दिया था, जिसके बाद उन्होंने अपना नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया लेकिन फिर बाद में आजम खान की करीबी रुचि वीरा के नाम का एलान किया. अखिलेश यादव के इस फैसले के पीछे भी आज़म खान को ही बड़ी वजह बताया जा रहा है. 


Lok Sabha Election 2024: अखिलेश यादव को खल रही आजम खान की कमी, एसटी हसन का टिकट कटने पर भी दी प्रतिक्रिया