लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनशन की शुरुआत होगी. इसके बाद सोमवार और शुक्रवार के दिन वैक्सीनशन की योजना है. पहले चरण में करीब 9 लाख हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी जानी है. यूपी को पहले चरण के लिए कुल 11 लाख वैक्सीन मिलनी हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने टीकाकरण के लिए नियम तय कर दिए हैं.


अपनी बारी का इंतजार कीजिए
इस बीच गोरखपुर महोत्सव के समापन समारोह में पहुंचे सीएम योगी ने कहा कि ''मकर संक्रांति के तत्काल बाद वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू हो रहा है. आप सभी को कहूंगा कि अपनी बारी का इंतजार कीजिए. हमने जिस अनुशासन और मर्यादा का पालन किया है, ये कोरोना पर हमारी जीत का सबसे बड़ा राज है.''





वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण अनिवार्य है
योगी सरकार की ओर से कोरोना वैक्सीनशन को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. सरकार के आदेश के मुताबिक, कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण अनिवार्य है. पंजीकरण के बाद ही सत्र स्थल और समय की जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा फोटो आईडी का सत्यापन भी जरूरी है.


भारत सरकार की गाइडलाइंस का रखा जाएगा ध्यान
बता दें कि, सीएम योगी ने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर समय के पहले सभी व्यवस्थाएं पूरी करने के भी निर्देश दिए थे. सीएम योगी ने कहा था कि कोविड -19 वैक्सीनेशन का काम भारत सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस को ध्यान में रखकर किया जाएगा.


लखनऊ पहुंची वैक्सीन की पहली खेप
कोरोना वैक्सीन की पहली खेप उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंच चुकी है. प्रदेश में 16 जनवरी को वैक्सीनशन के लिए 852 केंद्र बनाए गए हैं. वैक्सीन स्टोरेज के लिए प्रदेश में 18 स्टेट स्टोर बनाए गए हैं. अभी इनमें से 9 स्टेट स्टोर पर वैक्सीन जाएगी. फिलहाल लखनऊ, आगरा, बरेली, वाराणसी, गोरखपुर, अयोध्या, झांसी, मेरठ, कानपुर के स्टेट स्टोर पर वैक्सीन जाएगी.



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