उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के लिए नामांकन करने के बाद केन्द्रीय वित्त मंत्री पंकज चौधरी की दावेदारी पर मुहर लगना तय हो चुकी है. नामाकंन के बाद उन्होंने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि बड़ी जिम्मेदारी है और पूरे प्रदेश में तन मन धन से काम करेंगे और आगामी विधानसभा चुनाव 2027 के लिए जुटेंगे.

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वहीं किसी और के नामांकन दाखिल करने के सवाल पर पंकज चौधरी ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. खुद उन्होंने पांच सेट में नामांकन दाखिल दाखिल किया है. अब नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान 14 दिसंबर को केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल करेंगे.

इससे पहले शनिवार दोपहर पंकज चौधरी ने पार्टी के राज्य कार्यालय में नामांकन दाखिल किया. नामांकन के दौरान खुद सीएम योगी और डिप्टी केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक समेत कई बड़े नेता मौजद रहे थे. पंकज चौधरी की दावेदारी प्रबल जा रही है.

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सीएम और डिप्टी सीएम भी मौजूद रहे 

पंकज चौधरी ने अपना नामांकन पत्र बीजेपी के राज्य चुनाव अधिकारी महेंद्र नाथ पांडेय (पूर्व केंद्रीय मंत्री) और केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक विनोद तावड़े को सौंपा. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक और त्तर प्रदेश के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे.

सात बार से सांसद हैं पंकज चौधरी  

पंकज चौधरी महाराजगंज से सात बार से सांसद हैं और मौजूदा सरकार में केन्द्रीय वित्त्र राज्य मंत्री. उन्हें पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का बेहद करीबी माना जाता है. इसके साथ ही वे पिछड़ी जाति (कुर्मी) से आते हैं. प्रदेश में यादव के बाद इस जाति का प्रतिशत अच्छा ख़ासा है. इसलिए बीजेपी ने उन पर बड़ा दांव खेला है. खासकर सपा के PDA के खिलाफ.

चौधरी का राजनीतिक करियर स्थानीय स्तर पर शुरू हुआ, जब उन्होंने 1989 से 1991 तक गोरखपुर में नगर निगम के सदस्य के रूप में काम किया. इस दौरान, उन्होंने एक साल तक नगर निगम के डिप्टी मेयर के रूप में काम किया. बाद में उन्हें गोरखपुर का डिप्टी मेयर नियुक्त किया गया.