उत्तर प्रदेश के चुनाव (UP Assembly Election 2022) में जाति का रोल महत्वपूर्ण होता है. खासकर देश में मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू होने के बाद से. रिपोर्ट लागू होने के बाद पिछड़े वर्ग (OBC) की राजनीति को पंख लग गए. यूपी की राजनीति करने वाली नेशनल और स्टेट लेबल की पार्टियों का जोर जातिगत समिकरण बिठाने पर होता है. इस चुनाव में बीजेपी-अपना दल (BJP-APNADAL) के गठबंधन को 50.76 फीसदी वोट मिले थे. बीजेपी ने 62 और अपना दल ने 2 सीटें जीती थीं. सपा-बसपा (SP-BSP) और आरएलडी के गठबंधन को 38.89 फीसदी वोट मिले थे. सपा ने 5 और बसपा ने 10 सीटें जीती थीं. वहीं कांग्रेस (CONGRESS) को 6.31 फीसदी वोट मिले थे और उसे 1 सीट मिली थी. 

 

जातियों में बीजेपी ने बनाई पैठ

 

आइए नजर डालते हैं कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में किस जाति ने किस पार्टी या गठबंधन को वोट किया था. थिंकटैंक सीएसडीएस और लोकनीति के एक सर्वे के मुताबिक 2019 के चुनाव में 82 फीसदी ब्राह्मणों ने बीजेपी और उसके सहयोगियों के लिए वोट किया था. ब्राह्मण वोटों का 6 फीसदी वोट कांग्रेस, 6 फीसदी सपा-बसपा गठबंधन और 6 फीसदी वोट अन्य के खाते में गया था. वहीं 89 फीसदी राजपूतों ने बीजेपी को वोट दिया था. 5 फीसदी राजपूतों ने कांग्रेस और 7 फीसदी ने सपा-बसपा गठबंधन को वोट दिया था. वैश्यों का 70 फीसदी वोट बीजेपी के खाते में गया था. उनका 13 फीसदी वोट कांग्रेस, 7 फीसदी सपा-बसपा गठबंधन और 13 फीसदी वोट अन्य के खाते में गया था.

 


 

वहीं पश्चिम उत्तर प्रदेश में निर्णायक माने जाने वाले जाटों का 91 फीसदी वोट बीजेपी को मिला था. कांग्रेस को 2 फीसदी, सपा-बसपा और राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन को 7 फीसदी जाटों ने वोट किया था. वर्ण व्यवस्था की अन्य जातियों में से 5 फीसदी ने कांग्रेस, 84 फीसदी ने बीजेपी गठबंधन और 10 फीसदी ने सपा-बसपा गठबंधन को वोट किया था. 

 

ओबीसी वोट कहां गया?

 

अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में शामिल यादव में से 60 फीसदी से सपा-बसपा गठबंधन, 23 फीसदी ने बीजेपी गठबंधन, 5 फीसदी ने कांग्रेस और 12 फीसद यादवों ने अन्य दलों को वोट किया था. ओबीसी की दूसरी बड़ी जाती कोइरी-कुर्मी जाति का 80 फीसदी वोट बीजेपी, 14 फीसदी वोट सपा-बसपा, कांग्रेस को 5 और अन्य दलों को 1 फीसदी वोट मिला था. यादव-कोइरी-कुर्मी के अलावा ओबीसी की अन्य जातियों में से 72 फीसदी ने बीजेपी, 18 फीसदी ने सपा-बसप, 5 फीसदी ने कांग्रेस और 5 फीसदी ने अन्य दलों को वोट किया था. 

 

वहीं अनुसूचित जाति की बड़ी जातियों में से एक जाटव जाति का 75 फीसदी वोट सपा-बसपा, 17 फीसदी बीजेपी, 1 फीसदी कांग्रेस और अन्य दलों को 7 फीसदी वोट मिला था. वहीं एससी की अन्य जातियों के वोटों में से बीजेपी गठबंधन को 48 फीसदी, सपा-बसपा गठबंधन को 42 फीसदी, कांग्रेस को 7 फीसदी और 3 फीसद ने अन्य दलों को वोट किया था. 

 

उत्तर प्रदेश के 73 फीसदी मुसलमानों ने सपा-बसपा गठबंधन, 14 फीसदी ने कांग्रेस, 8 फीसदी ने बीजेपी गठबंधन और 5 फीसदी ने अन्य दलों को वोट किया था. अन्य जातियों में से 50 फीसदी ने बीजेपी गठबंधन, 35 फीसदी ने सपा-बसपा, 1 फीसदी ने कांग्रेस और 14 फीसदी ने अन्य दलों को वोट किया था. (गणितिय गणना की वजह से कुछ जगह संख्या कम या अधिक भी हो सकती है.)