लखनऊ. मड़ियाव के शंकरपुर कॉलोनी निवासी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आशीष सिंह के घर लूट के वारदात में शामिल पांच और बदमाशों को पुलिस ने दबोच लिया है. बदमाशों ने बच्चों को बंधक बनाकर लूट की इस वारदात को अंजाम दिया था.  इससे पहले इस लूट का मुख्य अभियुक्त वीरेंद्र यादव पुलिस के साथ एनकाउंटर में गिरफ्तार किया जा चुका है. शनिवार को पकड़े गये लुटेरों में अरुणेश यादव, गुरुप्रसाद यादव, साजन यादव, मेराज व मुकेश हैं.


पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने सभी लुटेरों को मुखबिर की सूचना पर एक निर्माणधीन मकान से घेराबंदी कर पकड़ने का दावा किया है. डीसीपी नार्थ शालिनी ने जानकारी देते हुये बताया कि ये अलग-अलग लूट की वारदातों में शामिल रहे हैं। इनके पास से 7 लाख रुपये, सोने-चांदी के जेवरात समेत भारी मात्रा में लूट का सामान बरामद हुआ है. अरुणेश के पिता महमूदाबाद के पहला ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख हैं.


इस तरह दिया था लूट की घटना को अंजाम


गौरतलब है कि आशीष सिंह की पत्नी निशा सिंह का रामराम बैंक चौराहे के पास सैलून है. 21 मई की सुबह दोनों अपने-अपने ऑफिस गए थे. घर मे बेटी अवंशिका (8) और बेटा अथर्व (4) अकेले थे. दोपहर करीब 12 बजे नकाबपोश दो बदमाशों ने दोनों मासूमों को बंधक बनाकर अलमारी में रखे 10 लाख रुपये और 30 लाख के पुश्तैनी जेवर समेत लैपटॉप और डीवीआर व मोबाइल फोन लेकर चले गए थे. बदमाशों के जाने के बाद किसी तरह अवंशिका ने पड़ोसियों को घटना के बारे में बताया था. पड़ोस के एक घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में दो संदिग्ध कैद हुए थे, जिसके आधार पर ही पुलिस सभी लुटेरों को पकड़ने में सफल रही.